जिम्मेदारों पर खनन माफिया पड़ रहे भारी

जिम्मेदारों पर खनन माफिया पड़ रहे भारी

बुरहानपुर |

जिम्मेदारों पर खनन माफिया पड़ रहे भारी

बुरहानपुर के इच्छापुर क्षेत्र से खनन के मामले में एक सप्ताह पहले खनिज विभाग ने 3 लाख से ज्यादा कि पेनल्टी लगाई थी

जिम्मेदारों पर खनन माफिया पड़ रहे भारीएक रॉयल्टी पर चार से अधिक डंपर हो रहे हैं सप्लाई 5 किलोमीटर की दूरी में चार घंटे का समय देना काफी चर्चा का विषय बना  बीएन कंपनी के सुरेंद्र सिंह कर्मचारी ने बताया रॉयल्टी तो है लेकिन मौके पर नहीं दिखा पाए

 

बुरहानपुर जिले की ग्राम इच्छापुर में कुछ दिनों से खनन का खेल काफी जोरों शोरों से हो रहा है यहां पर एक रॉयल्टी के नाम पर चार-चार बार ट्रीप डाली जा रही है यहां एक खदान है उस खदान से कि मुरूम निकाला जा रहा है रोड निर्माण पर बिछाया जा रहा है जो की 5 किलोमीटर दूरी तक है, लेकिन यह खनन काफी लंबे समय से जारी है, लेकिन हमारे द्वारा जब उन सुपरवाइजर एवं ड्राइवर से रॉयल्टी के बारे में भी पूछा गया तो उन्होंने रॉयल्टी ना होने का बताया फिलहाल उनके यहां दावा किया था कि रॉयल्टी हमारी बाहर से कट रही है लेकिन यह भी जांच का विषय है लेकिन यह भी गंभीर विषय है कि 5 किलोमीटर दूर के अंतराल में 4 घंटे का समय क्यों तय किया गया है जिसके कारण कई प्रश्न उठ रहे।

जिम्मेदारों पर खनन माफिया पड़ रहे भारीसूत्र यहां तक बताते हैं कि यह सब गोलमाल हो रहा है लेकिन इस खनन पर कुछ दिन पहले खनिज विभाग की ओर से तीन लाख की पेनल्टी भी लगाई गई है और यह काफी गंभीर और खनन का मामला चर्चाओं में बना है। इतना ही नहीं बी न ए कंपनी पर खनिज विभाग की ओर से भी कुछ दिन पूर्व में 3 लाख से अधिक की पेनल्टी लगाई गई थी जिसे यहां प्रतीत होता है कि यह खनन अवैध हो सकता है फिलहाल 3 लाख से अधिक की कार्रवाई के बाद से कंपनी में हड़कंप एवं अफरा-तफरी का माहौल भी देखने को मिला था। ऐसे तो शुक्रवार को पत्रकारों ने मौके पर जाकर देखा तो काफी डंपर वहां से खनन तो हो रहा था जब मीडिया ने उनसे पूछा रॉयल्टी के बारे में लेकिन वह मौका या वारदात पर दिखा तो नहीं दिखा पाए लेकिन यहां दवा जरूर कर रहे हैं कि हमारी रियल्टी कट रही है, काटना यहां भी एक चर्चा का विषय इसीलिए बना है कि इन्हें एक रॉयल्टी काटा जा रही है उसे पर चार से अधिक डंपर मुरुम सप्लाई हो रहा है इच्छापुर से इच्छापुर क्षेत्र में ही नेशनल हाईवे पर मुरुम डाला जा रहा है वह तीन से पांच किलोमीटर के अंतराल में है और उन्हें 4 घंटे का समय दिया जा रहा है यह भी गंभीर विषय है।

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